प्रकृति में वैसे तो बहुत सारे पेड़ पौधे हमारे आस पास पाए जाते हैं लेकिन कुछ को तो हम जानते हैं तथा बहुत सी वनस्पतियों के बारे में हमें जानकारी नहीं होती है। इस लिए आज हम आपको पत्थरचट्टा के गुण और फायदे के बारे में जानकारी देंगे।
Table of Contents
पत्थरचट्टा के अन्य नाम (Other names of Patharchatta)
एयर प्लांट, लाइफ प्लांट, भष्म पथरी, पाषाणभेद तथा मैजिक लीफ इत्यादि।
पत्थरचट्टा का वैज्ञानिक नाम (Scientific name)
Bryophyllum Pinnatum
पत्थरचट्टा की पत्तियों का स्वाद (Taste of Patharchatta leaves)
पत्थरचट्टा की पत्तियों का स्वाद नमकीन तथा खट्टा होता है।
प्रमुख पोषक तत्व (Nutritional value of Patharchatta)
वसा, तेल, प्रोटीन, रेशा, कार्बोहाइड्रेट, लोहा, तांबा, जस्ता, पोटेशियम, निकेल, सोडियम तथा कैडमियम इत्यादि।
पत्थरचट्टा के गुण और फायदे (Patharchatta leaf ke Gun)
पेट में अल्सर बनने से रोकना
सूजन को कम करना
किडनी को मजबूत बनाना
फंगस को रोकना
शुगर लेवल को नियंत्रित करना
लिशमैनियासिस रोग के उपचार में सहायक
इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक
नसों को ट्यून करने में मदद
याददाश्त को बढ़ाने में सहायक
स्वास्थ्य के लिए पत्थरचट्टा के गुण और फायदे (Patharchatta leaves benefits for health)
पथरी की समस्या से निदान
पत्थरचट्टा पथरी की समस्या से छुटकारा पाने का एक रामबाण इलाज सिद्ध हो सकता है। गुनगुने पानी के साथ कुछ पत्तियों के सेवन से पथरी व पेट दर्द से राहत मिलती है क्योंकि यह पेट से विषाक्त द्रव्य को बाहर निकालने में मदद करता है।
किडनी की समस्या से निदान
आजकल आयुर्वेद में इसका प्रयोग खूब हो रहा है। किडनी की समस्या का निदान करने के लिए आप इसका काढ़ा बनाकर सेवन कर सकते हैं। इसके प्रयोग से मूत्र रोगों के इलाज में सहायता मिलती है तथा पेशाब के समय जलन को भी कम किया जा सकता है।
घाव को भरने में मदद
अगर आपको चोट लग जाती है और घाव बन जाता है तो आप पथर्चट्टा के कुछ पत्तों को पीसकर एक लेप बनाकर घाव पर इस्तेमाल कर सकते हैं यह एक बहुत ही कारगर उपाय है। यह शरीर में खुजली और एलर्जी की समस्या का समाधान करने में भी उपयोगी सिद्ध हो सकता है
खूनी दस्त से राहत
खूनी दस्त से परेशान लोगों के लिए यह एक बहुत ही उपयोगी औषधि है। पत्थरचट्टा के पत्तों के रस को निकालकर इसमें थोड़ा सा जीरा और घी मिलाकर मिश्रण बना लें तथा इसके सेवन से खूनी दस्त में बहुत ही राहत पाई जा सकती है।
मधुमेह में राहत
मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति भी इसकी पत्तियों के सेवन से अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। यह शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है तथा ब्लड प्रेशर को सही रखता है।
कैंसर के उपचार में सहायक
पत्थरचट्टा की पत्तियों में कुछ बायो एक्टिव योगिक भी पाए जाते हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को नियंत्रित करने में सहायता कर सकती है।
पत्थरचट्टा के दुष्प्रभाव (Disadvantage of Patharchatta)
अगर देखा जाए तो पत्थरचट्टा के गुण और फायदे बहुत से हैं लेकिन फिर भी इसके कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं इसका उपयोग बहुत ही सावधानीपूर्वक करना चाहिए, इसके कुछ दुष्प्रभाव निम्नलिखित हैं:
थकान हो सकती है
गला सूख सकता है
उत्तेजना महसूस हो सकती है
पाचन क्रिया में समस्या आ सकती है
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को समस्या आ सकती है
खुराक (Dose)
बच्चों के लिए एक छोटा पत्ता सुबह व शाम
वयस्कों के लिए दो छोटे पत्ते या एक बड़ा पत्ता सुबह व शाम
सेवन करने का तरीका (Sevan karne ka Tarika)
पतियों को सीधे चबाकर खाना
पत्तियों के रस को निकालकर पीना
पत्तियों को पीसकर मलहम बनाना
चूर्ण बनाकर
मिट्टी के बर्तन में उबालकर
वैसे तो पत्थरचट्टा के गुण और फायदे बहुत से हैं फिर भी अन्य दवाइयों के साथ परस्पर क्रिया कर सकती है इसलिए आप इसका उपयोग करने से पूर्व किसी अच्छे आयुर्वेद चिकित्सक का परामर्श अवश्य ले लें।
मुझे उम्मीद है कि पत्थरचट्टा के गुण और फायदे पढ़कर आप इसकी उपयोगिता को अवश्य समझ गए होंगे। इसका उपयोग आप आज से ही चालू कर सकते हैं। यह बाजार में बहुत ही आसानी से उपलब्ध होती है।
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